किसी समतल विदुतचुम्बकीय तरंग में चुम्बकीय क्षेत्र को इस प्रकार निसिपित किया गया है
$B_{y}=2 \times 10^{-7} \sin \left(\pi \times 10^{3} x+3 \pi \times 10^{11} t\right) \;T$
तरंगदैर्घ्य परिकलित कीजिए-
$\pi \times 10^{-3} \;m$
$\pi \times 10^{3} \;m$
$2 \times 10^{-3} \;m$
$2 \times 10^{3} \;m$
समतल वैद्युत चुम्बकीय तरंग के लिए $\mathrm{E}=\mathrm{E}_0 \sin (\omega \mathrm{t}-\mathrm{kx})$ एवं $\mathrm{B}=\mathrm{B}_0 \sin (\omega \mathrm{t}-\mathrm{kx})$ हैं, औसत विद्युत ऊर्जा घनत्व तथा औसत चुम्बकीय ऊर्जा घनत्व का अनुपात है:
वैद्युत-चुम्बकीय तरंग में वैद्युत क्षेत्र $E =56.5 \sin \omega( t - x / c ) NC ^{-1}$ द्वारा दिया जाता है। तरंग की तीव्रता ज्ञात करो यदि यह मुक्त आकाश में $x$-अक्ष के अनुदिश गमन करती है।(दिया गया है: $\varepsilon_0=8.85 \times 10^{-12} C ^2 N ^{-1} m ^{-2}$ )
एक तरंग किसी माध्यम में, जिसका विद्युत परावैद्युतांक स्थिरांक $2$ एवं सापेक्षिक चुम्बकशीलता $50$ है, में संचरित होती है। इस माध्यम का तरंग प्रतिघात.......$ \Omega$ होगा
कल्पना कीजिए कि एक वैध्युतचुंबकीय तरंग के विध्युत क्षेत्र का आयाम $E_{o}=120 N / C$ है तथा इसकी आवृत्ति $v=50.0 \,MHz$ है। $(a)$ $B_{0}, \omega, k$ तथा $\lambda$ ज्ञात कीजिए, $(b)$ $E$ तथा $B$ के लिए व्यंजक प्राप्त कीजिए।
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग, जो निर्वात में $x$ दिशा में चल रही है, का विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ j } \cos (\omega t - kx )$. है। समय $t =0$ पर इसका चुम्बकीय क्षेत्र होगा ।